सीएम राइज स्कूल में प्रिंसिपल का टोटा – एक साल से शिक्षा व्यवस्था ठप
"जुगाड से प्राचार्य नियुक्ति"शिक्षा विभाग पर उठे बड़े सवाल
शहडोल
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सीएम राइज स्कूल, जयसिंहनगर में एक साल से स्थायी प्राचार्य नहीं
⚠️ सवाल – बिना प्राचार्य के कैसे चलेगी "गुणवत्ता वाली शिक्षा" की गाड़ी?
सूत्रों के अनुसार, जिस शिक्षक को अस्थायी प्रभारी बनाया गया है, उनके पास पहले से ही एक अन्य मॉडल स्कूल का प्रभार है। अब एक साथ दो स्कूलों की कमान कैसे सम्भालेगा कोई?
💥 सबसे बड़ा खुलासा: प्रभारी को जिम्मेदारी देते समय उनके पास बी.एड की डिग्री तक नहीं थी!
लोग पूछ रहे हैं – "क्या सरकार योग्य प्राचार्य की कमी से जूझ रही है या फिर नियुक्तियों में हो रहा है बड़ा खेल?"
जनजाति कार्य विभाग के डीसी जेपी यादव का कहना है कि शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई होगी।
👉 मगर सवाल यह है कि शिक्षा का भविष्य दांव पर लगाने के बाद ही क्यों होती है 'जांच' और 'कार्रवाई'?
0 Comments