थोड़े से श्रम एवं तकनीक से अखड़ार नदी में देखते ही देखते बहने लगी जलधारा
अखड़ार नदी में बोरी बंधान से आए सतही जल से आस पास के किसान मूंग एवं सब्जी उत्पादन का कार्य कर सकेंगे
शहडोल 18 अप्रैल 2025- ‘जल है प्रकृति का अमूल्य उपहार, बचाओ इसे यही है जीवन का आधार‘ । कल-कल बहती नदियों को देखकर हर किसी का मन प्रसन्न हो जाता है। प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव के आव्हवान पर पूरे प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान संचालित है। अभियान के सुखद परिणाम हर दिन सामने आते हैं। शहडोल जिले की गोहपारू जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत भुरसी में ग्रामीण जन उस समय रोमांचित हो उठे जब सूखी नदी से थोड़े ही प्रयासों एवं तकनीक से जल की धारा बहने लगी।
भुरसी ग्राम से अखड़ार नदी प्रवाहित होती है। यह नदी ग्रीष्मकाल में सूख जाती है। पानी की धार बालू के नीचे से प्रवाहित होती है। नदी से मिलने वाले जल का लाभ ग्रामीणजन नहीं ले पाते हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत विधायक जयसिंह नगर श्रीमती मनीषा सिंह एवं कलेक्टर डॉ केदार सिंह ने ग्रामीणों के साथ अखड़ार नदी में बने स्टॉप डैम में बोरियों में रेत भरकर बोरी बंधान का काम किया। बोरी बंधान के दो घंटे बाद ही जल की कल कल धारा बहने लगी। दूसरे दिन सुबह तक एक मीटर पानी का जल स्तर दिखने लगा। नदीं के किनारे किसान गोविंद सिंह उद्यानिकी फसलें ले रहे थे। सिंचाई के लिए उन्होनें सोलर पंप लगा रखा था। नदी में पानी की धार देखते ही आस-पास के 10 किसान जिनकी जमीन नदी से लगी हुई है आगे आए तथा ग्रीष्मकालीन मूंग, उड़द एवं उद्यानिकी फसलें लेने की इच्छा प्रकट की।
बोरी बंधान कार्यक्रम में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री नरेन्द्र सिंह धुर्वे, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जयसिंहनगर श्रीमती प्रगति वर्मा, तहसीलदार गोहपारू श्री दीपक मंडावी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गोहपारू श्री वेदमणि मिश्रा, ग्राम पंचायत भुरसी की सरपंच श्रीमती रामकली, उप सरपंच श्री मोहन सिंह, ब्लॉक समन्वयक आलोक सोंधिया, मेंटर्स सर्व श्री प्रवीण दुबे,मुकेश पाठक,मनीषा पांडेय ,शालिनी सोनी, सीएमसीएलडीपी के छात्र प्रस्फुटन समिति सदस्य एव ग्रामीण जनों ने श्रमदान किया।
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