दंतोपंत ठेंगड़ी के आदर्शों पर अडिग बीएमएस
टुटपुझिया नेता कर रहे बीएमएस की छवि धूमिल -श्री सिंह
पिछले दिनों समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर का खंडन करते हुए भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख नागेन्द्र सिंह ने स्पष्ट किया कि भारतीय मजदूर संघ की कार्यशैली को धूमिल करने की जो साजिश कथाकथित कुछ चुटपुजिया नेता जिन्होंने पद एवं पैसो की लालशा में भारतीय मजदूर संघ की कार्यशैली को धूमिल करने एवं शीर्ष नेतृत्व के विरुद्ध असत्य, भ्रामक एवं आधारहीन जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से फैलाने की कोशिश की गई है।वह निंदनीय है।उन्होंने बताया कि ऐसे प्रतिभाशाली समर्पण के धनी श्री के पी सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ की भी छवि को धूमिल करने की साज़िश रची गई है।यह भी निंदनीय है।जबकि श्री के पी सिंह ने मजदूर हित में अपनी नौकरी से त्यागपत्र देकर अपना सारा जीवन मजदूर हितों के लिए समर्पित कर दिया।उन्होंने बताया कि भारतीय मजदूर संघ मजदूरों के हितों के लिए कार्य करती है। हमारे यहां संगठन द्वारा पदाधिकारी को निर्वाचित किया जाता है यहां संगठन में किसी भी पदाधिकारी का कार्यकाल कम से कम 3 वर्षों का होता है। जो कि राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के पदाधिकारी के सानिध्य में संपन्न होता है। श्री सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले वर्ष फरवरी 2024 को प्रदेश के महाकाल की पावन नगरी उज्जैन में तीन दिवसीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्री रविंद्र हिमते राष्ट्रीय महामंत्री भारतीय मजदूर संघ के सानिध्य में सम्पन्न हुई। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के 57 ज़िलों से बीएमएस के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय महासचिव रविन्द्र हिमते की उपस्थिति में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह एवं प्रदेश महामंत्री कुलदीप गुर्जर सहित प्रदेश कार्य समिति को निर्वाचित कर राष्ट्रीय महामंत्री श्री हिमते जी के द्वारा घोषणा की गई। दिनांक 8/09/2025 को भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ जोहिला क्षेत्र का 2वार्षिक अधिवेशन /आमसभा भारतीय मजदूर संघ प्रदेश महामंत्री कुलदीप सिंह गुर्जर एवं अखिल भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के महामंत्री सुजीत सिंह एवं एस ई सी एल समन्वयक मजरूल हक अंसारी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मजदूर संघ की छवि को दागदार करने वाले के विरुद्ध कठोर संगठनात्मक एवं कानूनी कार्यवाही की जाएगी। संगठन के आदर्शों एवं सिद्धांतो से कोई समझौता मंजूर नही होगा। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का खंडन किया जाता है।
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